अ.क्र. | लेखक | विषय | प्रकाशन | दिनांक | पान.नं |
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१. | प्रा. तुषार गोरे | डाळिंब आधारीत प्रक्रिया उद्योग. | शेतीशिवर दिव्य मराठी | ०६ मार्च २०१५ | - |
२. | डॉ. नरेंद्रकुमार देशमुख डॉ.विशाल वैरागर | योग्य व्यवस्थापना सोबतच जनावरांना द्या हिरवा चारा. | अॅग्रोवन | २२ डिसेंबर २०१५ | - |
३. | डॉ. नरेंद्रकुमार देशमुख | शेळ्यांच्या आहाराचे काटेकोर व्यवस्थापन गरजेचे. | अॅग्रोवन | ०८ जानेवारी २०१६ | - |
४. | इंजि. वैभव सूर्यवंशी, प्रा.किरण जाधव, डॉ. विशाल वैरागर | शेडनेट गृहाची उभारणी | अॅग्रोवल्ड | - | - |
५. | इंजि. वैभव सूर्यवंशी | राहुरी कृषि विद्यापीठाची सुधारित यंत्रे | दै. दिव्य मराठी | २२ मे २०१५ | - |
६. | डॉ. किरण कोकाटे, प्रा. किरण जाधव, इंजि. वैभव सूर्यवंशी | जळगाव जिल्ह्यातील चोरवड परिसरात कृविके कोरडवाहू शेतीत सकारात्मक बदल. | श्रीसुगी | फेब्रुवारी २०१५ | - |
७. | डॉ. नरेंद्रकुमार देशमुख, श्री. महेश तनपुरे, डॉ. हेमंत बाहेती | जनावरांच्या आजारावर औषधी वनस्पतींचा प्राथमिक उपचार. | गोडवा | नोव्हेंबर २०१५ | - |
८. | प्रा. किरण जाधव, इंजि. वैभव स | पिकांच्या संरक्षणासाठी रो कवर्स उपयोगी तंत्र. | अॅग्रोवल्ड | - | - |
अ.क्र. | लेखक | विषय | प्रकाशन | दिनांक | पान.नं |
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१. | वैभव सूर्यवंशी | धान्य स्वच्छते साठी मळणी यंत्राकडे दुर्लक्ष नको. | दिव्य मराठी | १४ मार्च २०१४ | ०७ |
२. | वैभव सूर्यवंशी | सहज सोपी भुईमुग काढणी. | दिव्य मराठी | १५ एप्रिल २०१४ | ०७ |
३. | वैभव सूर्यवंशी | शेडनेट गृहातून दर्जेदार उत्पादन. | दिव्य मराठी | २५ एप्रिल २०१४ | ०७ |
४. | तुषार गोरे | आंब्या पासून प्रक्रिययुक्त पदार्थ. | कृषी एक्सप्रेस | १ मे २०१४ | ३४-३५ |
५. | वैभव सूर्यवंशी | शेडनेटचा खर्च परवडणारा. | दिव्य मराठी | ९ मे २०१४ | ०७ |
६. | तुषार गोरे, किरण जाधव | केळी फण्यांची कापणी व पॅकिंग. | अॅग्रोवन | २६ जून २०१४ | १२ |
७. | तुषार गोरे, हेमंत बाहेती,किरण जाधव | केळीपासून तयार करा पावडर, सुकेळी, वेफर्स. | अॅग्रोवन | ३० जून २०१४ | ०९ |
८. | तुषार गोरे | केळी घडायी काढणी व काढणी नंतर करावयाची कामे. | कृषी एक्सप्रेस | १ जुलै २०१४ची | ३६-३८ |
९. | नंदकिशोर हिरवे | पाऊस लांबला, करा पिकाचे नियोजन | दिव्य मराठी | ०४ जुलै-२०१४ | ०७ |
१०. | तुषार गोरे, हेमंत बाहेती | जांभूळ प्रक्रिया उद्योगाला वाव. | दिव्य मराठी | १८ जुलै २०१४ | ०७ |
११. | तुषार गोरे | फळे व भाजीपाला सुकवून करा मूल्यवर्धन. | अॅग्रोवल्ड | जुलै २०१४ | - |
१२. | तुषार गोरे, वैभव सूर्यवंशी | तृणधान्य पिकांची काढणी व काढणी पश्चात कामे. | महाबीज वार्ता | जुलै २०१४ | १४ |
१३. | वैभव सूर्यवंशी | शेडनेट तंत्रज्ञान. | महाबीज वार्ता | जुलै २०१४ | ११ |
१४. | वैभव सूर्यवंशी | विकसित शेती औजारांची ओळख. | कृषी भूषण | जुलै २०१४ | ६७ |
१५. | तुषार गोरे, एन. एस. देशमुख | मिनी डाळ मिल ग्रामीण भागासाठी शाश्वत उद्योग. | दिव्य मराठी | १५ ऑगस्ट २०१४ | ८ |
१६. | नंदकिशोर हिरवे | कपाशी पिकातील तणाचा बंदोबस्त | अॅग्रोवल्ड | ऑगस्ट-२०१४ | ५९ |
अ.क्र.. | लेखक | विषय | प्रकाशन | दिनांक | पान. नं |
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१. | वैभव सूर्यवंशी | कापसाच्या पर्हाटयापासून कांडी कोळसा निर्मिती. | अॅग्रोवन | २० जानेवारी २०१३ | १४ |
२. | वैभव सूर्यवंशी | मळणी यंत्राची निगा. | कृषी भूषण मासीक | जानेवारी २०१३ | ३५ |
३. | तुषार गोरे | ज्वारी आरोग्य वर्धक अन्नधान्य / तृणधान्य . | एकमत विषेशांक | ११ फेब्रुवारी २०१३ | ३९-४३ |
४. | वैभव सूर्यवंशी | केळी खुंटाचे मल्चिंग. | दिव्य मराठी | १५ मार्च २०१३ | ०७ |
५. | वैभव सूर्यवंशी | भुईमुग पिकासाठीचे यांत्रिकीकरण. | गोडवा शेतीचा मासीक | एप्रिल २०१३ | ५८ |
६. | वैभव सूर्यवंशी | कापसाच्या पर्हाटयापासून तयार करा कांडी कोळसा. | गोडवा शेतीचा मासीक | मे २०१३ | ६९ |
७. | नंदकिशोर हिरवे | कापूस तन व्यवस्थापन | दिव्य मराठी | २८ जून २०१३ | ०७ |
८. | वैभव सूर्यवंशी | नाविन्यपूर्ण रोजगार कांडी कोळसा उत्पादन. | दिव्य मराठी | ५ जुलै २०१३ | ०७ |
९. | नंदकिशोर हिरवे | कंपोस्ट खतातून गजर गवत निर्मुलन. | दिव्य मराठी | ३० ऑगस्ट २०१३ | ०७ |
१०. | नंदकिशोर हिरवे | खरीप हंगामाच्या शेवटी पिकेघ्या एरंडीचे. | मासीक शरद कृषी | ऑक्टोबर २०१३ | २३-२४ |
११. | नंदकिशोर हिरवे | हरबरा पिकाचे अन्न द्रव्य व्यवस्थापन. | कृषीदूत | १३ डिसेंबर २०१३ | २७-३० |